शुक्रवार, 26 जून 2020

Indian Politics: सियाचिन को पाकिस्तान के हवाले करना चाहती थी UPA सरकार? भाजपा अध्यक्ष ने खोल दी कांग्रेस की पोल...


सीमा विवाद को लेकर कांग्रेस के बयानों के बीच भाजपा अध्यक्ष ने खोले कांग्रेस और चीन के संबंधों की पोल, सियाचिन को पाकिस्तान के हवाले करना चाहती थी UPA सरकार

 जबलपुरकांग्रेस जब देखो तभी मोदी सरकार को नसीहत देने पर लगी रहती है अभी हाल ही में  गलवान घाटी में जो भारत -चीन पर झड़प हुयी थी उस घटना पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिए गए व्यान के ऊपर भी कांग्रेस ने विश्वास करने से मना कर दिया है ! वहीं कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और वर्तमान अध्यक्ष सोनिया गांधी मोदी सरकार को जब  देखो तब नसीहत देने पर लगी रहती है अभी हाल ही में  गलवान घाटी में जो भारत-चीन पर झड़प हुयी थी उस घटना पर प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिए गए व्यान के ऊपर भी कांग्रेस ने विश्वास करने से मना कर दिया है मोदी सरकार को हमेशा निशाने पर बनाने वाले राहुल गांधी इस सरकार को नीचा दिखाने के लिए कोई कोई साजिश रचते रहते है लेकिन बुधवार को मोदी सरकार ने केवल राहुल गांधी को बल्कि UPA सरकार को और नेहरु-गाँधी और वाड्रा परिवार को करारा जबाब दिया है

 

कांग्रेस ने पाकिस्तान को की थी हिन्दुस्तान  की जमीन सौंपने की डील

बुधवार को भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने कांग्रेस के ऊपर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस के यूपीए  शासन काल के दौरान इन दोनों परिवारों ने पाकिस्तान और चीन को भारत की जमीन सौंपने की डील की थी सवाल ये उठता है कि इस तरह कि डीलिंग में इन्होने कितने रुपये कमाए होंगे इसका व्यौरा देश के सामने इन्हें पेश करना होगा। पूर्व आर्मी चीफ जनरल जेजे सिंह ने खुद इस बात को बाताया है कि मनमोहन सिंह की UPA सरकार के दौरान इस सरकार ने पाकिस्तान के लिए सियाचिन को छोड़ने का फैंसला ले लिया था यदि उस समय पूर्व आर्मी चीफ जनरल जेजे सिंह के द्वारा मनमोहन सिंह को नहीं रोका होता तो ये इस समय सियाचिन पाकिस्तान के पास होता उन्होंने बताया कि उस समय सियाचिन को शांति का पर्वत बना कर पाकिस्तान की सेना को लौटने का था प्रस्ताव


 

सियाचिन ग्लेसियर को बनाना चाहते थे शान्ति पर्वत

जनरल जेजे सिंह के दिए इस व्यान पर पूरी तरह से यकीन कर पाना मुश्किल है कि वाकई सियाचिन को लेकर UPA सरकार की ऐसी कोई डील हुयी थी लेकिन इनके द्वारा इण्डिया टीवी को दिए गए इंटरव्यू के दौरान इन्होने सियाचिन से सम्बंधित कुछ बातो का खुलासा किया है इन्होने पाकिस्तान में सियाचिन की स्थिति को लेकर कहा है कि भारत ने सियाचिन को 1984 में कंट्रोल किया पाकिस्तान तो कभी वहां आया ही नही और ही सियाचिन ग्लेशियर को देख सकता है क्यूंकि पाकिस्तान सियाचिन से कम से कम 10 से 15 किलो मीटर की दुरी पर पश्चिम इलाके की तरफ है जहां से सियाचिन ग्लेशियर को देखना नामुमकिन है वह अपने देश को झूट बोलते है

 

उन्होंने बाताया कि 1989 में एक प्रस्ताव को पास किया गया जिसमें लिखा था कि भारतीय सेना को सियाचिन से हटाया जाए लेकिन जब जनरल जेजे सिंह को इस बात का पता चला तो उन्होंने इस बात का कठोर विरोध किया उन्होंने बताया कि उस समय के जो डिसीजन मेकर थे उन्होंने एक प्लान बनाया जिसके अंतर्गत सियाचिन को शान्ति का पर्वत बनाने का प्लान था और इस प्लान से पहले उन्होंने 1989 में एक प्रपोजल बनाया जिसमे उन्होंने फैंसला किया कि हम सियाचिन ग्जेशियर को एक शान्ति का क्षेत्र बना देंगे लेकिन तब भी सेना ने पाकिस्तान के अपने पोजीशन से पीछे हटने तक इसे मानने से साफ़ इनकार कर दिया था

 

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प्रधानमंत्री को जनरल जेजे सिंह की सलाह

इसके बाद जनरल जेजे सिंह के व्यान और भी गंभीर होते चले गए ! उन्होंने कहा किये जो प्लान है एक बार 1989 में बनाया गया था और उसके बाद भी बनाया गया जब मैं आर्मी चीफ था साल 2006 में प्रधामंत्री मनमोहन सिंह स्वयं सियाचिन गए तव मैंने खुद उनसे कहा कि सम्पूर्ण सियाचिन पर हमारा कब्ज़ा है सभी महत्वपूर्ण पहाडियों पर हमारा कब्ज़ा है सारे महत्वपुर दर्रों पर भी केवल हमारा ही कव्जा है तो अब किसी में इतनी हिम्मत नहीं है कि कोई हमें यहाँ से हिला सके लेकिन यदि आप इस स्थान को शान्ति का स्थान बंनाना चाहते है तो सबसे पहले पाकिस्तान को अपनी मौजूदा स्थिति को कबुत करना पड़ेगा कि इस समय उनकी स्थिति कहाँ है लेकिन पाकिस्तान ने इस बात को मानने से इनकार कर दिया उन्होंने ये बताने से इनकार कर दिया कि उनकी पोजीशन कहाँ है दरअसल उनको डर है अपने देशवासियों को मुह दिखाने का इसलिए उन्होंने इस बात को मानाने से इनकार किया और साईन करने से इनकार कर दिया उसके बाद हमने उन्हें कहा कि हम इस प्रपोजल को रद्द कर देंगे उन्होंने कहा किअसली बात ये है कि मैंने क्लियरली प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को बताया कि आप ये कदम मत लीजिये, क्यूंकि आप संभाल नहीं पाएंगे और इसीलिए आर्मी का रेकोमेंडेशन यही है

 

भाजपा सरकार का कांग्रेस सरकार पर आरोप

भाजपा सरकार ने कांग्रेस सरकार के ऊपर ये आरोप लगाया है कि यदि उस समय आर्मी के द्वारा रोका गया होता तो मनमोहन सरकार पाकिस्तान को सियाचिन सौंप ही देती जिससे पाकिस्तान और चीन दोनों काफी फायदे में रहते क्यूंकि आज हम वहां लाभदायक स्थिति में है भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा ने पूछा कि, “ चीन को फायदा, पाकिस्तान को फायदा और मई यहाँ पूछ रहा हूँ कि यहाँ माँ- बेटे को क्या फायदा होता ? इस रायल डायनासटी को क्या फायदा होता उसके बाद साम्बित पात्रा ने इस इंटरव्यू को ट्वीट करके लोगो के साथ सांझा किया और लिखा किनेहरू -वाड्रा पविरार एक प्रॉपर्टी डीलर की तरह हिन्दुस्तान की जमीन चीन और पकिस्तान में बाँट रहे थे ..बदले में कितना लिया ? मोटा मालबताये कांग्रेसी ?


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