भारत
चीन के बीच युद्ध
जैसे हालात में अमेरिका भारत
को एफ-35 फाईटर जेट
देने राजी
जबलपुर- चीन पहले से
ही बदनाम है कि उसके
बाद भारत के साथ
गलावन घाटी में हिंसक
झड़प छेड़ बैठा। जिसका
उसे काफी बड़ा झटका
लगा है। जहाँ भारत
ने देश की सुरक्षा
के लिए चीन के
माल का बहिष्कार किया
वहीँ दुनिया के कई देशो
ने भारत का समर्थन
करते हुए चीन के
माल का बहिष्कार किया और चीन की
कई कंपनियों को अपने देश
में बैन कर दिया
है।
इन सबके बाद चीन
को गहरा झटका पहुंचा
है और चीन की
मीडिया से तरह-तरह
की प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। इसी
दौरान भारत और अमेरिका
की दोस्ती का रिश्ता और
भी गहरा हो गया
है। अब अमेरिका भारत
के साथ मिल कर
चीन को सबक सिखाना
चाहता है। जिसका एलान
अमेरिका ने खुले आम
किया है। अमेरिका भारत
के साथ अपनी सैन्य
भागीदारी उसी स्तर की
बनाना चाहता है जिस स्तर
की उसकी भागीदारी इजरायल
और जापान के साथ है।
इस सम्बन्ध में आज अमेरिकी
सीनेट में एक बिल
पास किया गया। इस
बिल के पास हो
जाने के बाद अमेरिका
भारत को अपने सबसे
एडवांस फाइटर जेट्स एफ-22 और एफ-35 दे
सकेगा। ये दोनों ही
फाइटर जेट्स पांचवी पीढ़ी के हैं
और अमेरिकी वायुसेना इनका इस्तेमाल करती
है। अमेरिका ने ये फाइटर
जेट्स इजरायल, जापान और दक्षिण कोरोया
को भी दिए हैं, क्योंकि इन तीनों ही
देशों के साथ अमेरिका
के काफी अच्छे संबंध हैं।
अमेरिका
में सत्तारूढ़ रिपब्लिकन और विपक्षी डेमोक्रेट
के शीर्ष दो सीनेटरों ने
भारत के साथ सैन्य
संबंध मजबूत करने, अत्याधुनिक लड़ाकू विमान देने और सैन्य
क्षेत्र में संयुक्त रिसर्च
और विकास में तेजी लाने
के लिए राष्ट्रीय रक्षा
प्राधिकरण अधिनियम (एनडीएए) 2021 संशोधन विधेयक पेश किया है, इस विधेयक में अमेरिका के
रक्षा मंत्री से अमेरिका और
भारत के बीच रक्षा
और संबंधित औद्योगिक एवं प्रौद्योगिकी रिसर्च,
विकास के अवसरों तथा
कर्मियों के आदान-प्रदान
पर एक संक्षिप्त जानकारी
प्रदान करने को भी
कहा गया है।
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