जबलपुर- देश में कोरोना काल के वक़्त प्रवासी मजदूरों को काफी दुश्वारियों का सामना करना पड़ा हैं. उन्हें बड़े पैमाने पर घर लौटने के लिए मजबूर होना पड़ा है. लेकिन उसके बाद भी सरकार ने उनके लिए पूरा इंतजाम कर रखा हैं. क्योकि लॉक डाउन की वजह से उनके सामने रोजगार का बहुत बड़ा संकट है. जिसको देखते हुए पीएम मोदी ने उनके लिए रोजगार के कई इंतजाम किये हैं.केंद्र सरकार ने इस हालात से निपटने के लिए एक खास अभियान शुरू किया है. इस योजना का नाम गरीब कल्याण रोजगार है. योजना की लॉन्चिंग आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की. इस योजना की लौन्चिंग विडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये बिहार से की गई हैं. पीएम मोदी ने बिहार के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री की मौजूदगी में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस अभियान की शुरुआत की. यह अभियान बिहार के खगड़िया जिले के ग्राम-तेलिहार, ब्लॉक- बेलदौर से लॉन्च किया गया.
पीएम
मोदी ने इस योजना
को लांच करने के
बाद कहा कि ‘स्थानीय
उत्पाद हैं जिनसे जुड़े
उद्योग समीप में ही
लगाए जाने की योजना
है. हमारा उद्देश्य गांव, गरीब किसान अपने
दम पर खड़ा हो.
किसी के सहारे की
जरूरत न हो.’ इसके
आलावा पीएम मोदी ने
लोगों से कोरोना को
देखते हुए ये भी
अपील की हैं कि
वो मास्क लगायें और दो गज
दूरी का भी पालन
करें. पीएम मोदी ने
श्रमिकों का जिक्र करते
हुए कहा कि ‘आप
श्रमेव जयते, श्रम की पूजा
करने वाले लोग हैं,
आपको काम चाहिए, रोजगार
चाहिए. इस भावना को
सर्वोपरि रखते हुए ही
सरकार ने इस योजना
को बनाया है, इस योजना
को इतने कम समय
में लागू किया है.
पीएम
मोदी ने कहा कि
ये अभियान बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड, ओडिशा, मध्य प्रदेश और
राजस्थान के 116 जिलों में ये अभियान
पूरे जोर-शोर से
चलाया जाएगा. मोदी ने कहा
आज के समय में
मजदूरों ने अपने घर
वापसी की हैं. उसको
अब रोजगार देने के लिए
ये अभियान चला गया हैं.
देश के हर शहर
को गति और प्रगति
देने वाला श्रम और
हुनर जब खगड़िया जैसे
ग्रामीण इलाकों में लगेगा, तो
इससे बिहार के विकास को
भी कितनी गति मिलेगी. गरीब
कल्याण रोज़गार अभियान के तहत आपके
गांवों के विकास के
लिए, आपको रोजगार देने
के लिए 50 हज़ार करोड़ रुपए खर्च किए
जाने हैं.
🤞
जवाब देंहटाएं